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अपने दिमाग को कैसे नियंत्रित रखें: ट्रेडिंग मनोविज्ञान का एक गाइड - आधिकारिक Olymp Trade ब्लॉग

Written by सौम्यो रॉय | अक्तू॰ 4, 2022 3:49:51 pm

क्या आपको याद है कि पिछली बार जब आपने कोई पोज़ीशन खोली थी तो आपको कैसा लगा था? क्या आप शुरू करने के लिए उत्सुक थे, या नुकसान का डर था? क्या आपने पोज़ीशन खोलने से पहले इसे टाला? जब आपने ट्रेड को बंद किया, तब क्या आप उत्साहित थे या निराश? हजारों ट्रेडर की भावनाएं बाजारों को हिलाने वाले विशाल मनोवैज्ञानिक लहर में समा जाती हैं। ट्रेडिंग मनोविज्ञान में सूचित ट्रेडिंग निर्णय लेने के लिए व्यवहार और निर्णय लेने के पैटर्न का विश्लेषण करने की प्रक्रिया शामिल है।

विषय-वस्तु:

  • ट्रेडिंग मनोविज्ञान इतना महत्वपूर्ण क्यों है?
  • ट्रेडिंग मनोविज्ञान में महारत हासिल करने के लिए शीर्ष चार सुझाव
  • निष्कर्ष

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ट्रेडिंग मनोविज्ञान इतना महत्वपूर्ण क्यों है?

एक ट्रेडर की मानसिकता उसके ट्रेडिंग व्यवहार में नज़र आ जाती है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी ट्रेडिंग रणनीति कितनी सुविचारित है - अंत में, आपकी सफलता या विफलता इस बात से निर्धारित होती है कि आप बाजार के बारे में कैसा महसूस करते हैं।

चिंता, भय और लालच सभी भावनाएं हैं जो ट्रेडर को समय-समय पर अनुभव होती हैं। इनमें से कुछ भावनाएं ट्रेडिंग में सहायक हो सकती हैं, जबकि अन्य नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं और उन्हें नियंत्रित किया जाना जरुरी है।

"आपको यह जानने की जरूरत है कि कब छोड़ देना है, या नुकसान झेल लेना है, और चिंता के चलते फिर से प्रयास नहीं करना चाहिए।" — वारेन बफ़ेट

जब निर्णय लेने की बात आती है, तो जिन ट्रेडर को ट्रेडिंग मनोविज्ञान का अच्छा ज्ञान होता है, उनकी भावनाओं या पूर्वाग्रहों के रास्ते में आने की संभावना कम होती है। सकारात्मक मानसिक दृष्टिकोण द्वारा किसी सत्र के दौरान पैसे कमाने की संभावना, या कम से कम अपने नुकसान को सीमित करने में सुधार किया जा सकता है।

किसी सौदे से अधिकतम मुनाफा कमाने के प्रयास में, लालची ट्रेडर बहुत लंबे समय तक उसमें बने रहते हैं। बुल बाज़ार के अंतिम छोर पर, ट्रेडर को मुनाफा कमाने के प्रयास में हमेशा जोखिम भरे, अंदाजन पोज़ीशन लेने पड़ते हैं। इसके विपरीत, डर वह कारण है जिससे ट्रेडर अपने नुकसान को कम करते हैं या पहले से ही जोखिमपूर्ण पोज़ीशन लेने से बचते हैं। किसी सौदे से बाहर निकलने के लिए निवेशकों की अतार्किक जल्दबाजी उनके पैसे खोने के डर का प्रत्यक्ष परिणाम है।

ट्रेडिंग मनोविज्ञान में महारत हासिल करने के लिए शीर्ष चार सुझाव

नीचे, आपको ट्रेडिंग मनोविज्ञान में महारत हासिल करने के लिए मेरे चार सुझाव मिलेंगे। 🔽

1️⃣ अभ्यास करें

बाज़ार में, चार प्रकार के जानवर होते हैं जिन्हें मैं नोट करना चाहता हूं: बैल (बुल), भालू (बेयर), सुअर (पिग) और भेड़ (शीप)। बैल और भालू दोनों पैसा कमाते हैं, लेकिन सूअरों का वध हो जाता है और भेड़ ट्रेंड से डरती हैं। तो कहानी का तात्पर्य यह है कि आपको बाजार की पहचान करने के लिए पैनी नजर रखने की जरूरत है, और यह अभ्यास के माध्यम से किया जा सकता है। यदि आप अपने ट्रेडिंग करियर के अंतिम दिन तक हर दिन अभ्यास करते हैं, तो आप या तो बैल या भालू के रूप में कमाएंगे, और कभी भी सुअर या भेड़ नहीं बनेंगे। हर कुछ हफ्तों में कुछ समय ब्रेक लेना बेहतर होता है ताकि आप एक कदम पीछे हट सकें, अपनी आंतरिक शक्ति और भावनाओं की खोज कर सकें और फिर अपने निष्कर्षों को लागू कर सकें।

2️⃣ ट्रेडिंग योजना बनाएं

ट्रेडिंग करते समय अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने का सबसे अच्छा तरीका है कि उन्हें पूरी तरह से प्रक्रिया में आने ही न दें। ट्रेडिंग की योजना बनाने से आपको चीजों के भावनात्मक पक्ष को व्यवस्थित करने में मदद मिल सकती है। योजना में ऐसे कारक शामिल होने चाहिए जैसे बाजार में प्रवेश का समय, दैनिक मुनाफा लक्ष्य, ट्रेडिंग का समय और निकास। एक बार बनाने के बाद, इसका निष्ठापूर्वक पालन करें। सीधे शब्दों में, बैकटेस्ट करें, विश्लेषण करें और दोहराएं।

3️⃣ Take Profit और Stop Loss का उपयोग करें

ट्रेडिंग एक संतुलनकारी कार्य है। अपनी ट्रेडिंग योजना के अनुरूप रहकर, आप अपने मुनाफे की दिन-प्रति-दिन योजना बना सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा नुकसान को न्यून करना है, जिसे उपयुक्त Stop Loss निर्धारित करके किया जा सकता है। नौसिखिए जोखिम प्रबंधन में लापरवाही बरतते हैं, और इसलिए वे नुकसान झेलते हैं। कब रुकना है यह जानना बहुत जरूरी है।

4️⃣ अपनी नौकरी न छोड़ें

यह ध्यान में रखना बहुत जरूरी है कि कोई भी रातों-रात सफल ट्रेडर नहीं बन जाता। सभी नौसिखियों के साथ सबसे बड़ी समस्या यह होती है कि उनका लक्ष्य पहले दिन से ही अत्यधिक सफल बनने का होता है, जो संभव नहीं है। यह मानसिकता आपके दिमाग पर एक जबरदस्त बोझ डालती है और आपको अलग तरह से कार्य करने के लिए मजबूर करती है, जिसका अंत नुकसान ही होता है। इसलिए, दूसरों के पैसे, उधार के पैसे या अपनी गैर-खर्च करने योग्य आय द्वारा ट्रेड करने से बचते हुए आय का प्राथमिक स्रोत होना हमेशा बेहतर होता है। इससे ट्रेडिंग का कुछ दबाव कम होगा और आपको अधिक स्पष्टता मिलेगी।

निष्कर्ष

आखिरकार, आपकी अधिकांश ट्रेडिंग सफलता या विफलता आपकी मानसिकता पर निर्भर करती है। आप कितने समय तक वहां बने रह पाएंगे यह आपके भाग्य का निर्धारण करेगा। यदि आप वास्तव में अपनी भावनाओं में महारत हासिल करना चाहते हैं, तो ट्रेडिंग मनोविज्ञान पर Olymp Trade की वेबिनार श्रृंखला आपको मार्गदर्शन करेगी, और साथ ही साथ ट्रेडिंग जर्नल रखने से सर्वोत्तम परिणाम और सफलता का सबसे तेज़ मार्ग सुनिश्चित होगा।

अपने दिमाग को कार्य पर लगाएं

जोखिम चेतावनी: लेख की सामग्री में निवेश की सलाह निहित नहीं है और आप अपनी ट्रेडिंग गतिविधि और/या ट्रेडिंग के परिणामों के लिए पूरी तरह से स्वयं जिम्मेदार हैं।

एक निश्चित स्तर तक ट्रेडिंग पर नुकसान को सीमित करने वाले ऑर्डर